Monday 7 November 2016

टी.बी. : कारण, लक्षण और उपचार



















कारण - पौष्टिक भोजन का अभाव, शुद्ध जल का अभाव, शुद्ध वायु का अभाव, अधिक श्रम, अधिक भोग आदि।

लक्षण - इस रोग में शरीर का आन्तरिक रूप से क्षय होने लगता है अत: इसे क्षय-रोग कहते हैं । यह एक संक्रामक-रोग है । इसमें रोगी को बार-बार खाँसी आती रहती है । कफ भी आता है । रोग बढ़ने पर कफ के साथ खून आने लगता है । साथ ही सिर-दर्द, आलस्य, पसीना आना, आदि लक्षण भी प्रकट होते हैं ।

टीबी का होम्योपैथिक इलाज 

● फैरम फॉस 6x - 3 ग्रेन, आर्सेनिक आयोड 3x - 3 ग्रेन - इन्हें मिला लें । यह एक मात्रा है | इस प्रकार प्रतिदिन चार मात्रायें देने से रोग में आराम आने लगता है तथा रोगी के शरीर में शक्ति भी आती है । ज्वर में भी आराम होता हैं ।
● ओलियम जैकॉरिस 3x - 4 ग्रेन, लेसिथिन 12 x - 4 ग्रेन - इन्हें मिला लें । यह एक मात्रा है | इस प्रकार प्रतिदिन चार बार देने से क्षय-रोग में लाभ होता है। फेफड़ों को शक्ति मिलती है। दुर्बलता, खाँसी, भूख न लगना, रक्ताल्पता आदि लक्षणों में भी उपयोगी है ।
● इपिकाक 30 -1 बुंद, एकालिफा इण्डिका 6 -1 बुँद, हेमामेलिस 3x - 1 बूंद, मिलिफोलियम Q - 2 बूंद, एक्वा-1 औंस - इन्हें मिला लें । यह एक मात्रा है | इस प्रकार प्रतिदिन चार मात्रा देने से कफ के साथ खून आने में लाभ होता है ।
● ऑलियम जैकॉरिस Q -10 बूंद, क्रियोजोट Q -5 बूंद, कल्केरिया फॉस 1x - 3 ग्रेन, एक्वा-1 औंस - इनको मिला लें । इस प्रकार प्रतिदिन तीन बार देने से लाभ होता है ।
● जिरेनियम मैकुलेटम Q -10 बूंद, हैमामेलिस Q - 5 बूंद, फॉस्फोरस 3x - 2 बूंद, एकालिफा 1x - 3 बूंद, एक्वा-1 औंस - इन सबको मिला लें । यह एक मात्रा है । प्रतिदिन चार मात्रा देने से कफ के साथ रक्त आने में लाभ होता है ।
● ओलियम जैकॉरिस 1x - 5 बूंद, क्रियोजोट 3x - 2 बूंद, कल्केरिया फॉस 2x - 2 ग्रेन, एक्वा - 4 ड्राम - इन्हें मिला लें । यह एक मात्रा है। प्रतिदिन चार बार देने से लाभ होता है ।
● ट्यबरक्युलिनम 1M - 3 बूंद, बैसिलिनम 1M - 2 बूंद, शुगर ऑफ मिल्क - 5 ग्रेन - इन्हें मिला लें । सप्ताह में केवल एक बार यह खुराक देने से ही कुछ ही सप्ताह में लाभ होता है ।

पथ्यः - पौष्टिक पदार्थ लेने चाहिये। गाय का दूध, बकरी का दूध, मुनक्का, अंगूर आदि अच्छे पथ्य हैं । शुद्ध हवा में रहें । पीने का पानी भी शुद्ध हो । खटटे, मिर्च-मसालेदार, बासी, अपौष्टिक पदार्थ न खायें ।


1 comment:

  1. You have given so many options for almost every disease.So it is very confusing as to which one should be followed. please comment.

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